कि हे प्रभु, मेरा सेवक घर में झोले का मारा बहुत दुखी पड़ा है।
उस ने उस से कहा; मैं आकर उसे चंगा करूंगा।
सूबेदार ने उत्तर दिया; कि हे प्रभु मैं इस योग्य नहीं, कि तू मेरी छत के तले आए, पर केवल मुख से कह दे तो मेरा सेवक चंगा हो जाएगा।
क्योंकि मैं भी पराधीन मनुष्य हूं, और सिपाही मेरे हाथ में हैं, और जब एक से कहता हूं, जा, तो वह जाता है; और दूसरे को कि आ, तो वह आता है; और अपने दास से कहता हूं, कि यह कर, तो वह करता है।
यह सुनकर यीशु ने अचम्भा किया, और जो उसके पीछे आ रहे थे उन से कहा; मैं तुम से सच कहता हूं, कि मैं ने इस्राएल में भी ऐसा विश्वास नहीं पाया।Matthew 8:5----12
और यीशु ने सूबेदार से कहा, जा; जैसा तेरा विश्वास है, वैसा ही तेरे लिये होः और उसका सेवक उसी घड़ी चंगा हो गया।।Matthew 8:13
ताकि जो वचन यशायाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था वह पूरा हो, कि यीशु ने आप हमारी दुर्बलताओं को ले लिया और हमारी बीमारियों को उठा लिया।। Matthew 8:17
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